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वैवाहिक सम्मेलन: आदर्श प्रजापति समाज भोपाल द्वारा युवक युवती परिचय सम्मेलन 

30 अक्टूबर 2022 को दिन रविवार

मानस भवन भोपाल

News Date : 06.09.2022

मुख्य अतिथियो का सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह

प्रीतिभोज कार्यक्रम

प्रजापति समाज का युवक युवती परिचय सम्मेलन के अन्र्तगत सपरिवार भोजन व्यवस्था की गई है।

प्रजापति प्रतिभावान बच्चों को सम्मान समारोह किया जावेगा।

मुख्य पदाधिकारीगण:

श्री रतन लाल प्रजापति, श्री ठाकूरदास प्रजापति, श्री गौरी शंकर प्रजापति, श्री शिवकुमार प्रजापति, श्री भानसिंह प्रजापति, श्री एस.सी.वर्मा, श्री गोपाल सिंगोरिया, श्री बलिराम पंडित, सहित सभी प्रजापति समाजसेवी एवं कार्यकर्ता शामिल होगे।

महिला पदाधिकारीगण: 

श्रीमती राधा रतनलाल प्रजापति श्रीमती कमलेश प्रजापति, श्रीमती विभा बरदिया, श्रीमती मालती  प्रजापति श्रीमती प्रियंका बरदिया, श्रीमती पूना प्रजापति, श्रीमती ममता प्रजापति सहित अनेक कार्यकतागण शामिल होगे।

 

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*विवाह की बढ़ती उम्र पर समाज  खामोश  क्यो*

Date 27 June 2021

 

*35-40 साल की युवतियां युवक बैठे है कुंवारे, फिर मौन क्यों हैं समाज के कर्ता-धर्ता*

*कुंवारे बैठे लड़के-लड़कियों* की एक *गंभीर समस्या* आज सामान्य रुप से *सभी समाजों* में उभर के सामने आ रही है। इसमें उम्र तो एक कारण है ही मगर समस्या अब इससे भी कहीं आगे बढ़ गई है, क्योंकि 30 से 35 साल तक की लड़कियां भी कुंवारी बैठी हुई है। इससे स्पष्ट है कि इस समस्या का उम्र ही एकमात्र कारण नहीं बचा है।

*ऐसे में लड़के लड़कियों के जवां होते सपनों पर न तो किसी समाज के कर्ता-धर्ताओं की नजर है और न ही किसी रिश्तेदार और सगे संबंधियों की*। हमारी सोच कि हमें क्या मतलब है में उलझ कर रह गई है। बेशक यह सच किसी को कड़वा लग सकता है लेकिन हर समाज की हकीकत यही है, *25 वर्ष के बाद लड़कियां ससुराल के माहौल में ढल नहीं पाती है*, क्योंकि उनकी आदतें पक्की और मजबूत हो जाती हैं अब उन्हें मोड़ा या झुकाया नहीं जा सकता जिस कारण घर में बहस, वाद विवाद, तलाक होता हैं बच्चे सिजेरियन ऑपरेशन से होते हैं जिस कारण बाद में बहुत सी बिमारी का सामना करना पड़ता है।

*शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल व लड़के की उम्र 21 साल होनी चाहिए ये तो अब बस आंकड़ों में ही रह गया है। एक समय था जब संयुक्त परिवार के चलते सभी परिजन अपने ही किसी रिश्तेदार व परिचितों से शादी संबंध बालिग होते ही करा देते थे। *मगर बढ़ते एकल परिवारों ने इस परेशानी को और गंभीर बना दिया है*। अब तो स्थिति ऐसी हो गई है कि एकल परिवार प्रथा ने आपसी प्रेम व्यवहार ही खत्म सा कर दिया है। *अब तो शादी के लिए जांच पड़ताल में और कोई तो नेगेटिव करें या न करें पर अपने ही खास सगे संबंधी उसे नेगेटिव कर, बनते संबंध खराब कर देते है*।

*उच्च शिक्षा और हाई जॉब - बढ़ा रही उम्र*

यूं तो शिक्षा शुरू से ही मूल आवश्यकता रही है लेकिन पिछले डेढ़ दो दशक से इसका स्थान उच्च शिक्षा या कहे कि कमाने वाली डिग्री ने ले लिया है। इसकी पूर्ति के लिए अमूमन लड़के की उम्र 23-24 या अधिक हो जाती है। इसके दो-तीन साल तक जॉब करते रहने या बिजनेस करते रहने पर उसके संबंध की बात आती है। जाहिर से इतना होते-होते लड़के की उम्र तकरीबन 30 के इर्द -गिर्द हो जाती है। इतने तक रिश्ता हो गया तो ठीक, नहीं तो लोगों की नजर तक बदल जाती है। यानि 50 सवाल खड़े हो जाते है।

*चिंता देता है उम्र का यह पड़ाव*

प्रकृति के हिसाब से 30 प्लस का पड़ाव चिंता देने वाला है। न केवल लड़के-लड़की को बल्कि उसके माता-पिता, भाई-बहन, घर-परिवार और सगे संबंधियों को भी। सभी तरफ से प्रयास भी किए, बात भी जंच गई लेकिन हर संभव कोशिश के बाद भी रिश्ता न बैठने पर उनकी चिंता और बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, शंका-समाधान के लिए मंदिरों तक गए, पूजा-पाठ भी कराए, नामी विशेषज्ञों ने जो बताए वे तमाम उपाय भी कर लिए पर बात नहीं बनती। मेट्रीमोनी वेबसाइट्स व वाट्सअप पर चलते बायोडेटा की गणित इसमें कारगार होते नहीं दिखाई देते। *बिना किसी मीडिएटर के संबंध होना मुश्किल ही होता है - मगर कोई मीडिएटर बनना चाहता ही नहीं है*। मगर इन्हें कौन समझाए की जब हम किसी के मीडिएटर नहीं बनेंगे तो हमारा भी कोई नहीं बनेगा। एक समस्या ये भी हम पैदा करते जा रहे है कि हम सामाजिक न होकर एकांतवादी बनते जा रहे है।

*आखिर कहां जाए युवा मन*

अपने मन को समझाते-बुझाते युवा आखिर कब तक भाग्य भरोसे रहेगा। अपनों से तिरस्कृत और मन से परेशान युवा सब कुछ होते हुए भी अपने को ठगा सा महसूस करता है। हद तो तब हो जाती है जब किसी समारोह में सब मिलते हैं और एक दूसरे से घुल मिलकर बात करते हैं लेकिन उस वक्त उस युवा पर क्या बीतती है, यह वही जानता है। ऐसे में कई बार नहीं चाहते हुए भी वह उधर कदम बढ़ाने को मजबूर हो जाता है जहां शायद कोई सभ्य पुरूष जाने की भी नहीं सोचता या फिर ऐसी संगत में बैठता है जो बदनाम ही करती हो। 

*ख्वाहिशें अपार, अरमान हजार*

*हर लड़की और उसके पिता की ख्वाहिश से आप और हम अच्छी तरह परिचित हैं। पुत्री के बनने वाले जीवनसाथी का खुद का घर हो, कार हो, परिवार की जिम्मेदारी न हो, घूमने-फिरने और आज से युग के हिसाब से शौक रखता हो और कमाई इतनी तगड़ी हो कि सारे सपने पूरे हो जाएं, तो ही बात बन सकती है*। हालांकि सभी की अरमान ऐसे नहीं होते लेकिन चाहत सबकी यही है। शायद हर लड़की वाला यह नहीं सोचता कि उसका भी लड़का है तो, क्या मेरा पुत्र किसी ओर के लिए यह सब पूरा करने में सक्षम है??? यानि एक गरीब बाप भी अपनी बेटी की शादी एक अमीर लड़के से करना चाहता है और अमीर लड़की का बाप तो अमीर से करेगा ही। ऐसे में सामान्य परिवार के लड़के का क्या होगा? यह एक चिंतनीय विषय सभी के सामने आ खड़ा हुआ है। संबंध करते वक्त एक दूसरे का व्यक्तिव व परिवार देखना चाहिए ना कि पैसा। कई ऐसे रिश्ते भी हमारे सामने है कि जब शादी की तो लड़का आर्थिक रूप से सामान्य ही था मगर शादी बाद वह आर्थिक रूप से बहुत मजबूत हो गया। ऐसे भी मामले सामने आते है कि शादी के वक्त लड़का बहुत अमीर था और अब स्थिति सामान्य रह गई। इसलिए लक्ष्मी तो आती जाती है ये तो नसीबों का खेल मात्र है।

 *क्यों नहीं सोचता समाज*

 समाजसेवा करने वाले लोग आज अपना नाम कमाने के लिए लाखों रुपए खर्च करने से नहीं चूकते लेकिन बिडम्बना है कि हर समाज में बढ़ रही युवाओं की विवाह की उम्र पर कोई चर्चा करने की व इस पर कार्य योजना बनाने की फुर्सत किसी को नहीं है। कहने को हर समाज की अनेक संस्थाएं हैं वे भी इस गहन बिन्दु पर चिंतित नजर नहीं आती।   

 

नन्दकिशोर प्रजापति

भोपाल मध्यप्रदेश

70002 95006

ये लेखक के स्वयं के विचार है

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वीडियोंवैवाहिक परिचय -   प्रजापति

 आदरणीय प्रजापति समाजबंधु

कोरोना महामारी से आज पूरा विश्व इस परेशानी को झेल रहा है आज सभी शासकीय एवं प्राईवेट कंपनियों द्वारा घर से कार्य करने की सुविधा प्रदान की है जिससे हमारे जीवन शैली मे भी परिवर्तन हुआ है। आज हम सभी लोग डीजिटल मीडिया को तेजी से अपना कर उसका लाभ ले रहे है। इसी कड़ी में प्रजापति समाज के कई युवा वर्ग एवं शिक्षित परिवार भी डीजिटल मीडिया का उपयोग जन्मदिवस की पार्टी, कम्पनी के वीडियोंकाॅन्फरेन्स की सुविधा अनेक सोशल साईट जैसे जूम एप्प, गूगल मीट एप्प का अधिक लाभ लेरहेहै।

डीजिटल मीडिया सुविधा के देखते हुए प्रजापति आवाज वैवाहिक द्वारा वीडियोंवैवाहिक परिचय करनेजा रहा है। इस विषय में आप के सुझाव एवं अन्य संशोधन को शामिल किया जायेगा।

1        वैवाहिक परिचय मे प्रजापति आवाज की रजिस्टर्ड सदस्य ही शामिल किया जायेगा। जिसमेंआज वैवाहिक युवक/युवतियों के लगभग              250 सदस्य रजिस्टर्ड सदस्य है।

2      वैवाहिक वीडियों में वैवाहिक युवक/युवती को वीडियोंके माध्यम से परिचय एवं बातचीत कराया जायेगा। जिसमे दोनो पक्ष के परिवार              शामिल होगे। जिससे वीडियोपर परिवार के सदस्य जानकारी दे सके।

3      इस पत्र के साथ रजिस्टेशन फार्म पर सहमती जरूरी है केवल फार्म रजिस्टर्ड को ही शामिल किया जावेगा।

4      सभी प्रकार की जानकारी आपके ईमले पर दी जावेगी।

यदि इसके अलावा कोई अन्य सुझाव आप हमे दे सकते है।

आपके सहयोग के लिए धन्यवाद

अशोक प्रजापति

9826025519

 

 
 

 

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